भारत में कुछ ऐसे अनोखे मंदिर है, जिनकी मान्यता अलग है और यहां कुछ ऐसे चमत्कार होते रहते हैं जो इस दुनिया में आश्चर्य है। ऐसे कुछ मंदिरों की हम चर्चा करेंगे जो दुनिया में अनोखे हैं और इन मंदिरों से इतिहास की कुछ न कुछ मान्यताएं जुड़ी हुई है।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में मां काली मंदिर

मध्यप्रदेश के जबलपुर में मां काली के इस मंदिर का निर्माण गोंडवाना साम्राज्य ने करवाया था। इस मंदिर में एक आश्चर्यचकित बात यह है कि, यहां की माता की मूर्ति को गर्मी सहन नहीं होती। इसी वजह से यहां के मंदिर में हमेशा AC चलता रहता है।
तमिलनाडु का सिंगारवेलावर मंदिर

इस मंदिर से भी बहुत सी रहस्यमय घटनाएं जुड़ी हुई हैं। इस मंदिर का एक आश्चर्य यह है कि, यहां की मूर्ति से पसीना निकलता है। इस मंदिर में अक्टूबर से नवंबर के बीच एक त्योहार का आयोजन किया जाता है इस त्यौहार में यहां की मूर्ति से बताया जाता है कि पसीना निकलता है।
मैहर का मां शारदा का मंदिर

इस मंदिर कभी एक आश्चर्यजनक सत्य है, कहां जाता है कि इस मंदिर में रात को 2:00 बजे अपने आप इस मंदिर के पट खुल जाते हैं। कहां जाता है कि रात में यहां पर आल्हा पूजा करने आते हैं, इसी वजह से मंदिर के दरवाजे अपने आप खुल जाते हैं। इस मंदिर का रहस्य पता करने की कोशिश बहुत से लोगों ने की लेकिन कहीं ना कहीं अभी भी इस मंदिर का रहस्य छुपा हुआ है।
जगन्नाथ पुरी का मंदिर
भगवान जगन्नाथ पुरी का मंदिर को लेकर भी कई सारी मान्यताएं जुड़ी हुई है। बताया गया है कि यहां पर भगवान श्री कृष्ण ने अपनी देह को छोड़ा था। लेकिन अभी भी उनका हृदय इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति में धड़कता है यह भी एक बहुत बड़ा आश्चर्य है इसके बारे में भी लोगों ने बहुत पता किया लेकिन अभी तक यह लोगों के लिए आश्चर्य बना हैं।
वृंदावन का मंदिर
वृंदावन के अंदर एक मंदिर है जहां से भी कुछ रहस्यमई बातें जुड़ी हुई है। इस मंदिर की मान्यता है, कि इस मंदिर के दरवाजे अपने आप ही खुल जाते हैं और कुछ समय बाद अपने आप ही बंद हो जाते हैं इस मंदिर के बारे में कहा गया है कि यहां भगवान श्रीकृष्ण रात को शयन करने आते हैं। रात में भगवान कृष्ण को सोने के लिए इस मंदिर में पलंग लगाया जाता है।
सुबह उठकर जब इस पलंग को देखते हैं, तो उस पलंग को देखकर साफ पता चलता है कि इस पलंग के ऊपर कोई सोया हुआ था।
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर शहर का मंदिर

मध्यप्रदेश के बुरहानपुर शहर के एक किला है जिसे असीरगढ़ का किला कहते हैं। कहा जाता है, कि यहां पर अश्वत्थामा भगवान शिव की पूजा करने आते हैं। कहा गया है कि जिन लोगों ने अश्वत्थामा को पूजा करते हुए देखा उनकी मानसिक स्थिति खराब हो जाती है। इस किले से भी बहुत सारे रहस्य जुड़े हुए हैं जिनका आज तक पूरी तरीके से पता नहीं चला है।