राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारत के लोकप्रिय नेताओं में से एक रहे हैं, उनके भाषण देने की कला का हर कोई फैन था। उनके भाषण देने की कला को सिर्फ उनके चाहने वाले ही नहीं बल्कि विरोधी भी कायल थे। वाजपेयी अपने भाषणों में एक ओर जहां विरोधियों पर निशाना साधते थे तो वहीं दूसरी ओर भाषण के बीच में कविताएं सुना सभी का मन मोह लेते थे। आइए जानते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी से जीवन से जुड़ी रोचक बातें…
1 अटल बिहारी वाजपेयी अपने पिता के साथ कानपुर के डीएवी कॉलेज में लॉ की पढ़ाई करते थे। दोनों एक ही क्लास में पढ़ते थे और हॉस्टल एक ही रूम में रहते थे। लेकिन जब छात्रों ने उनके बारे में बातें शुरू की तो दोनों ने अपने सेक्शन बदल लिए।
2 अटल बिहारी वाजपेयी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वह हमेशा से एक पत्रकार बनना चाहते थे, लेकिन गलती से वह राजनीति में पहुंच गए। उनके व्यक्तित्व से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू भी प्रभावित थे और उन्होंने कहा था कि अटल जी एक दिन भारत के प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे।
3 साल 1984 में उन्होंने ग्वालियर में प्रचार के दौरान लोगों से कांग्रेस को वोट देने की आपील की थी। ये एक मात्र चुनाव था जो वह ग्वालियर से हारे थें। इस चुनाव में उनके विरुद्ध माधवराव सिंधिया थें।
4 पार्टियों के साथ सरकार चलाने वाले वह देश के पहले प्रधानमंत्री थे। उन्होंने तीन बार इस पद की शपथ ली थी।
अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे गैर कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया।
5 पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी रिकॉर्ड 9 बार लोकसभा के लिए चुने गए, जबकि दो बार वह राज्यसभा के लिए चुने गए।
6 पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव उन्हें अपना राजनीतिक गुरु मानते थे।
7 अटल जी की बहन ने कई बार उनकी पैंट को घर के बाहर फेंक दिया था, क्योंकि उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी थे और वो नहीं चाहते थे कि अटल जी आरएसएस की खाकी पैंट पहने।
8 अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की। उन्होंने एक बेटी को गोद लिया, जिसका नाम नमिता है। अटल जी एक मात्र ऐसे नेता हैं, जो चार राज्य यूपी, एमपी, गुजरात और दिल्ली से चुनकर संसद में पहुंचे।
अटल जी आज हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उन्हें हर कोई उनके भाषणों, कविताओं आदि के जरिए याद रखेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वाजपेयी भले ही हमें छोड़कर चिरनिद्रा में लीन हो गए हों लेकिन उनकी वाणी, उनका जीवन दर्शन सभी भारतवासियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। उनका ओजस्वी, तेजस्वी और यशस्वी व्यक्तित्व सदा देश के लोगों का मार्गदर्शन करता रहेगा।