ऋषि मुनियों का अवतारवाद भारत एक रहस्यमय देश है। प्राचीन धर्म की बात करें तो इसमें भारत पहले स्थान पर आता है।
भारत को संतो की धरती भी कहा जाता है। माना जाता है, कि वर्तमान समय में अधर्म अधिक हो रहा है और नकली संतों की मात्रा बहुत ज्यादा है, फिर भी यहां पर धर्म और संत पर्याप्त मात्रा में है।
भारत में रहस्य बरकरार रखने वाले ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर लोग इन अनसुलझे रहस्य को आज तक सुलझा नहीं पाए हैं और कई लोग तो इन अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने में भी लगे हुए हैं। अगर देखा जाए तो भारत में हजारों ऐसे सवाल हैं जिनका अभी भी रहस्य नहीं सुलझाया गया है। आज हम लेख में कुछ ऐसे सवालों के बारे में बताएंगे जिनके बारे में आप जानकर दंग रह जाएंगे।
रहस्यों से भरे मंदिर
श्रीपद्मनाभम
भारत में ऐसे अनेकों मंदिर हैं जहां पर लाखों टन खजाना उन मंदिरों के नीचे दबा हुआ है। उदाहरण के तौर पर बात करें तो आप श्रीपद्मनाभम के मंदिर को ही देख सकते हैं जहां पर लाखों टन सोना दबा हुआ है। इस मंदिर के नीचे का कुछ सोना तो निकाल लिया है लेकिन बकाया सोना निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अभी भी रोक लगा रखी है लेकिन आखिर क्यों? ऐसा कहा जाता है, कि यहां का बकाया सोना निकालने पर भयानक तबाही आने की संभावना है। कई लोग कहते हैं, कि दरवाजे विशेष मंत्र के द्वारा बंद है और उन्हीं मंत्रों के द्वारा उन दरवाजों को खोला जा सकता है।
वृंदावन
वृंदावन में एक ऐसा अनोखा मंदिर स्थित है जिसके बारे में आप जानकर दंग रह जाएंगे क्योंकि यह मंदिर अपने आप ही खुलता है और अपने आप ही बंद हो जाता है। कहते हैं कि कृष्ण भगवान रात को यहां पर विश्राम करने के लिए आते हैं। रंगमहल के इस मंदिर में आज भी माखन मिश्री प्रसाद के तौर पर रखा जाता है। रात को सोने के लिए बिस्तर को भी सजाते हैं। जब आप सुबह इस बिस्तर को देखेंगे तो साफ-साफ पता लग जाएगा कि यहां पर रात को कोई ना कोई सोने के लिए जरूर आया था। इस मंदिर के पुजारी रात होने से पहले ही प्रसाद और पलंग को सजाने के लिए व्यवस्था कर देते हैं। यहां पर रात के समय कोई भी नहीं रहता है। इस प्रकार की परंपरा वर्षो से चली आ रही है।
समुद्र के नीचे द्वारिका
भगवान श्री कृष्ण के द्वारा बसाई हुई नगरी यानी द्वारिका गुजरात के तट पर तो है ही साथ में इसकी धार्मिक पहचान भी है। ऐसा कहा जाता है, कि कृष्ण भगवान की मृत्यु के साथ ही उनके द्वारा बसाई गई नगरी समुद्र में समा गई थी।
पुराणों में बताए गए द्वारिका के रहस्य का पता लगाने के लिए काफी लंबे समय से प्रख्यात शोधकर्ताओं ने प्रयास किए हैं। आपको बता दें कि वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित कोई भी अध्ययन अभी तक पूर्ण नहीं किया जा सका है। द्वारिका के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए 2005 में एक अभियान चलाया गया था इसमें भारत के नौसेना ने भी मदद की थी।